मुंबई (एस.ए.भाटी) – हैल्थ को स्ट्रोंग बनाने के लिये खाने में क्या करे बदलाव (Healthy Diet Plan To Stay Fit) – अक्सर ये देखा गया हैं, कि एक आम व्यक्ति अपने खान-पान पर बिलकुल भी ध्यान नहीं देता है। आजकल लोग रात के खाने को छोड़ देते हैं लेकिन दिन के अंत में हेल्दी और हल्का खाना खाने से आपके शरीर को अपने संतुलन और कार्यों को बनाए रखने में मदद मिलती है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि अच्छी स्वास्थ्य के लिए रोटी, चावल और घी को कभी भी अपने आहार से न हटाएं।
जानकारी के अनुसार खाने की छोटी-छोटी 5 आदतों को अपनाकर खुद को हमेशा सेहतमंद रखा जा सकता है। एक हेल्दी और बैलेंस डाइट लेना सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है, जो कि स्वास्थ्य की रक्षा के लिए बेहद जरूरी है। जीवन विकल्पों और आदतों, जैसे संतुलित आहार और शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से समय से पहले ह्दय रोग और स्ट्रोक को 80 प्रतिशत तक रोका जा सकता है। इससे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करना, ब्लड प्रेशर का कम होना, शरीर के वजन को प्रबंधित और ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
सही खान-पान के साथ-साथ हमें खाने की अच्छी आदतें भी सीखनी चाहिए। जबकि फॉलो करने के लिए कोई निर्धारित दिशा-निर्देश नहीं हैं, कुछ ऐसी चीजों के बारे में भी बताया जाता है, जो कि हेल्दी खाने की आदतों का एक हिस्सा होना चाहिए। पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक सिर्फ सही डिनर करना ही काफी नहीं है, अपने दिन की शुरुआत हर दिन घर के बने ताजा नाश्ता से करना जरूरी है। जिसे हम दैनिक दिनचर्या के हिस्से के रूप में इडली, पोहा, डोसा और अंडे को शामिल कर सकते है। इसके अलावा नाश्ते में ताजा फल और ड्राई फ्रूट्स को भी जोड़ सकते है। नाश्ते में भीगे बादाम, अखरोट या सिर्फ केले भी खा सकते हैं।
रोजाना नाश्ते और दोपहर के भोजन रात के खाने के बीच में एक फल शामिल जरूर करें। मुख्य फलों में केला, अमरूद, कटहल, अंगूर का सेवन कर सकते है। शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ और फिट रहने के लिए, जामुन, बेल, काजू फल, तड़गोला, निंबोली, रामफल आदि जैसे फल खाने बेहतर साबित होते है। यह सभी पोषण, विटामिन्स, प्रोबायोटिक्स और बहुत सारे बायोएक्टिव यौगिक से भरपूर होते हैं।
हैल्थ एक्सपर्ट कहते हैं, कि दोपहर में भोजन के दौरान खुद को भूखा कभी नहीं रखें, भरपूर भारतीय थाली होना काफी है। पूरी थाली का मतलब है, जिसमें दाल, रोटी, चावल, हरी सब्जियां और जरूरत पड़ने पर दही या अचार या कोई और भी मिठाई जैसे एक साइड डिश शामिल कर सकते है। इसलिए ये सुनिश्चित किया जाएं, जिसमें आपके दोपहर का भोजन अत्यधिक पौष्टिक हो, जिसमें आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स हो सकते है। अच्छा पोषण स्वस्थ जीवन की कुंजी में से एक है। इसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, डेयरी और प्रोटीन का स्रोत शामिल करें।
हैल्थ एक्सपर्ट का ये भी मानना हैं, दोपहर की झपकी बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जाती है, इस पर जोर देना चाहिए। दोपहर के भोजन के ठीक बाद कम से कम 20-30 मिनट की झपकी बेहद जरूरी होती है। हैल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक दोपहर की झपकी लेना शुरू करें, इससे आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिलेगी और ग्रोथ हार्माेन और आईजीएफ (इंसुलिन जैसी वृद्धि कारक) के इष्टतम लेवल को प्राप्त करने में मदद करेगी।
डॉक्टर के अनुसार जो लोग हार्ट सर्जरी से गुजर चुके हैं और जो थायरॉयड पीसीओडी, हार्माेनल, डायबिटीज, ऐसिडिटी और डाइजेशन समस्याओं से पीडि़त हैं, या जो अनिद्रा से जूझ रहे हैं, और टूटी हुई नींद आती है, उन्हें भी दोपहर की झपकी लेने की कोशिश करनी चाहिए।
रात का खाना जल्दी समाप्त करें – आजकल लोग रात के खाने को छोड़ देते हैं, लेकिन दिन के अंत में, हेल्दी और हल्का खाना खाने से आपके शरीर को अपने संतुलन और कार्यों को बनाए रखने में मदद मिलती है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि अच्छी हेल्थ के लिए रोटी, चावल और घी को कभी भी अपने आहार से न हटाएं। इसके अलावा पूरी तरह से ठीक होने के लिए रात के खाने के बाद अच्छी नींद पर जोर देना चाहिए। खाने की इन छोटी-छोटी आदतों को अपनाकर आप भी खुद को हमेशा सेहतमंद रख सकते हो।
सुझाव – अपनी सेहत में सुधार करने के लिए संबंधित हैल्थ एक्सपर्ट से अपनी राय लेंवे।
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