Rajasthan Aushdhalaya द्वारा निर्मित 5 अहम आयुर्वेदिक औषधी का इस्तेमाल कर बनाया गया Strainax Capsule ब्लड़ प्रेशर से लड़ेगा जंग
भारत में पीछले काफी वर्षो से ब्लड़ प्रेशर की शिकायत हर घर में आम हुई हैं, ये हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन हार्ट, ब्रेन और किडनी को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता हैं, एक्सपर्ट इसे कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ रोगियों के लिए साइलेंट किलर भी बताते है। आपको ये जानकार भी हेरानी होगी, कि एक सामान्य व्यक्ति के ब्लड़ प्रेशर की बिमारी होने से इसका असर सिर्फ हार्ट पर ही नहीं होता बल्कि उसका दिमागी संतुलन भी बिगड़ जाता हैं, ब्लड प्रेशर का बढ़ना और कम होना, दोनों ही स्थितियां सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होती हैं।
अक्सर देखा जाता हैं, कि ब्लड प्रेशर बढ़ने से हाइपरटेंशन शरीर में पैदा हो जाती हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक रूप से मनुष्य के स्वास्थ्य का संतुलन बिगड़ना शुरू हो जाता है। ब्लड़ प्रेशर को दूर करने में आयुर्वेद किस तरह से सहायक हैं, ये जानने के लिये हमें आयुर्वेद की औषधियों के बारे में जानना होगा, आयुर्वेद में ब्लड़ प्रेशर जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए भी कई औषधियां हैं। एक्सपर्ट कहते हैं, कि ब्लड़ प्रेशर को आयुर्वेदिक औषधियों के इस्तेमाल से दूर किया जा सकता है।
राजस्थान औषधालय प्रा. लि. की एक्सपर्ट डॉ. शितल गोसावी कहती हैं, कि ब्लड़ प्रेशर की समस्यां मनुष्य के लिये बड़ी घातक साबित हो सकती है, इसको बेहद ही गंभीर बीमारी समझते हुए, इसका ईलाज लेना शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि ब्लड़ प्रेशर की वजह से कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर जैसी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है। हालांकि ये बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं, हाई ब्लड प्रेशर में हमारी रक्त वाहिनियों में दबाव पड़ने लगता है। उससे हार्ट अटैक या पैरालाईसिस होना संभव है। इसलिये आयुर्वेद की कई ऐसी औषधियां हैं, जिससे ब्लड़ प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है।
सर्पगंधा – डॉ. गोसावी ने बताया कि आयुर्वेद में ब्लड़ प्रेशर की बिमारी को दूर करना और उसकी औषधियों से होने वाले फायदे के बारे में जानने की जरूरत हैं, ब्लड़ प्रेशर को दूर करने के लिए सर्पगंधा का उपयोग किया जाएं तोे, उससे ब्लड़ प्रेशर संतुलित रहता हैं, इसमें पाये जाने वाले एल्कलॉइड रक्तचाप के स्तर को कम करने में सहायक होते है।
शिगरू – वहीं अगर बात करें आयुर्वेदिक औषधी शिगरू की तो वो ब्लड़ की रक्त वाहनियां को मजबूत करने में महत्ती भूमिका निभाती हैं, इसी के साथ शिग्रु पाचन, श्वसन को भी अत्यधिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते है। आयुर्वेद में शिग्रु को 300 से अधिक बीमारियों से बचाव के लिए औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
अर्जुन – इसी के साथ डॉ. गौसावी ने बताया कि आयुर्वेद में अर्जुन का भी बड़ा रोल हैं, जो कि कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और ब्लड़ प्रेशर के स्तर को कम कर सकता है, इसके साथ अर्जुन हृदय रोग के लिए भी मुख्य फैक्टर हैं।
गोक्षुरा – इसी के साथ आयुर्वेद में गोक्षुरा नामक औषधी होती हैं, जो कि मस्तिष्क से लेकर सेरोटोनिन के स्तर को भी कंट्रोल करता है, इसके साथ ही ये किडनी से जुड़ी बिमारियों को आसानी से दूर करने में भी सहायक रहता है।
त्रिफला – वहीं हम बात करेंगे, आयुर्वेद की एक अहम औषधी त्रिफला की जो शरीर में होने वाले टॉक्सिनस को निकालने में कारगर माना जाता है, इस औषधि का इस्तेमाल आमतौर पर लोग कब्ज़ दूर करने के लिए करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यह सिर्फ़ कब्ज़ दूर करने की ही दवा नहीं है बल्कि इसके अनेकों फायदे होते है। वहीं ब्लड प्रेशर जिससे एक व्यक्ति को हार्ट से संबंधित बीमारियां बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। त्रिफला ब्लड़ प्रेशर को प्रभावी ढंग से कंट्रोल करता है, एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार ये माना गया हैं, कि त्रिफला रक्त वाहिकाओं से थक्के को हटाने में भी सहायता करता है।
Capsule Strainax
बेशक ये बात सही हैं, कि मेडिकल साइंस दिन प्रतिदिन प्रगति कर रहा हैं, लेकिन प्राकृतिक ईलाज की जगह कोई नहीं ले सकता है और ये ही कारण है, कि भारत में प्राचीन काल से ही कई बीमारियों के इलाज में जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जा रहा है, इसी तरह इन्हीं जड़ी बूटियां का समावेश कर बनाएं गये राजस्थान औषधालय का स्ट्रेनेक्स कैप्सूल में भी सर्पगंधा, अर्जुना, शिगरू, गोक्षुरा, त्रिफला जैसी अहम जड़ी बूटियां मिलाई गई हैं, जिससे ब्लड़ प्रेशर को कंट्रोल में लाया जा सकता है। इसी वजह से top ayurvedic and herbal products manufacturers in India के नाम से राजस्थान औषधालय को जाना जाता है।
डॉ. के अनुसार आयुर्वेद की 5 अहम औषधियों से बनी स्ट्रेनेक्स कैप्सूल का सेवन ब्लड़ प्रेशर के मरीज दिन में 2 बार गरम पानी के साथ लेंवे, इसका लगातार 3 माह से 6 माह तक उपयोग करने से बेहतर परिणाम आएंगे।