जालोर। राजस्थान औषधालय (Rajasthan Aushdhalaya) मुंबई द्वारा भारत भर में चलाये जा रहे डॉक्टर्स सम्मान समारोह के तहत रविवार को आहोर रोड स्थित निजी होटल में डॉक्टर्स सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ। जिसमें अतिथियों ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों की चिकित्सका क्षेत्र में मुख्य भूमिका रही है, समारोह में इसमें जिले भर के 41 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉक्टर रमेश कुमार श्रीवैष्णव ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने जान की बाजी लगाकर कोविड के दौरान लाखों मरीजों की जिंदगी बचाई। असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक हैं, भारत में आयुर्वेदिक औषधियों का ईस्तमाल करने के कारण ही देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी आई थी, उस समय आयर्वुेद के कारण ही कोरोना नियंत्रित हो पाया था।
भारत में हर घर आयुर्वेद पहुंचा रहे चिकित्सकों की आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में मुख्य भूमिका
डॉ. श्रीवैष्णव ने कहा कि समारोह में जिन आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान किया जा रहा है, उन्होंने जिले में कोरोना के दौरान निस्वार्थ भाव से आमजन को सेवाएं दी। उसी को देखते हुए आरएपीएल ग्रुप ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का सम्मान कर इन्हें नई ऊर्जा दी हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की गई, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि पूर्व एमओ डॉ. मनोहर त्रिवेदी ने कहा कि कोविड के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता हैं, आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना के दौरान कारगर साबित हो रही थी, उस समय आयुर्वेद के डॉक्टर्स पर बड़ी जिम्मेवारियां आई, जिसका जालोर जिले के चिकित्सकों ने सामना किया। उसी मेहनत को समझते हुए राजस्थान औषधालय ने सम्मानित कर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को नई दिशा दी है। उन्होंने आरएपीएल ग्रुप के चौयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में ”नशा मुक्त अभियान” की शुरूआत कर देश के लाखों लोगों को नशा मुक्ति की दवा देकर नया जीवनदान दिया।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह में जालोर के जिला आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दिनेश जोशी ने कहा कि आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर कोरोना को हराया जा सकता है, कोविड से लड़ने के लिए आयुर्वेद नई-नई खोज कर दवाई तैयार कर रहा हैं, उन्होंने सम्मानित हुए सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह आरएपीएल ग्रुप ने जिले के डॉक्टर्स को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया है, चिकित्सकों ने जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।
कार्यक्रम में इन आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने किया सम्बोधित
समारोह में डॉ. दिनेश कुमार बैरवा, डॉ. राकेश मीना, डॉ. ज्योती मीना, डॉ. मीनाक्षी गोस्वामी, अखिलेष चेतीवाल, दिनेश कुमार बैरवा, भारत सुथार, डॉ. लाल प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में आयुर्वेदिक चिकित्सक मौजूद थे। डॉ. कुमार गर्ग ने कंपनी के विभिन्न उत्पादों को लेकर अपने अनुभव सुनाए। उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने मरीजों को काढ़ा सहित अन्य प्रकार की आवश्यक दवा उपलब्ध करवाई, जो कारगर साबित हुई। आरएपीएल ग्रुप ने जिस तरह डॉक्टर्स का सम्मान किया हैं, उससे हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा है। भारत की प्राचीनतम पद्धति की पूरे विश्व ने प्रशंसा की है, जिसको आरएपील ग्रुप मॉर्डन बनाकर विश्व भर में पेश कर रहा है।
समारोह की शुरूआत धन्वतंरि पूजा से की गई, जिसमें अतिथियों ने धन्वतंरि की प्रतिमा पर दीप प्रजवल्लित किया। डॉक्टर्स सम्मान समारोह में अतिथियों का राजस्थान औषधालय मुम्बई परिवार की ओर से माला, शॉल, साफा प्रतीक चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में आरएपीएल ग्रुप के चौयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसी के साथ मंच को सम्बोधित करते हुए आरएएसम अली अकबर कादरी ने कहां कि राजस्थान औषधालय leading Ayurveda and Herbal Medicine Manufacturers in India के नाम से कम्पनी को जाना जाता है।समारोह मे आरएपीएल ग्रुप की ओर से जेडएसएम प्रदीप कुमार शर्मा, अली अकबर क़ादरी, राजस्थान के मैनेजर सुदेश राणे और रमेश चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन माणक मोट मणि ने किया।